क्या रात होते-होते आपको अकेलापन महसूस होने लगता है। भयंकर उदासी सी छाने लगती है, ना उम्मीदी हावी हो जाती है, बेचैनी महसूस होती है, रात भर नींद नहीं आती, सोचते-सोचते पूरी रात निकल जाती है। अगर इन सारे सवालों का जवाब हां है तो सेहत का यह लेख आपके लिए ही है क्योंकि यह सारे लक्षण नाइट डिप्रेशन (Night Depression) के हैं। कुछ लोगों ने महसूस किया होगा कि रात होते ही उन्हें एक अजीब तरह की उदासी फील होती है। बहुत अकेलापन सा लगता है और इसे आजकल पॉपुलर टर्म में नाइट डिप्रेशन (Night Depression) बोला जा रहा है। सेहत के इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर यह नाइट डिप्रेशन (Night Depression) क्या है? यह क्यों होता है? इसके लक्षण क्या है और नाइट डिप्रेशन से बचाव और इलाज कैसे किया जाए?

क्या होता है नाइट डिप्रेशन
नाइट डिप्रेशन (Night Depression) की अगर हम बात करते हैं तो इसको ऐसा समझा जाता है कि यह डिप्रेशन रात्रि के समय मरीज़ को ज्यादा होता है इसका नाम ही है Night Depression। नाइट डिप्रेशन में मरीज़ को अकेलापन महसूस होता है। शाम होते ही उसे अजीब-सी बेचैनी शुरू हो जाती है। मन में नकारात्मक विचार आते हैं और रात होते-होते मरीज़ बहुत ज्यादा सोचने लगता है। जिससे उनको नींद आने में परेशानी होती है और वो बहुत जल्दी चिढ़ने भी लगता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि ये अकेले रहने की वजह से ही होता है। घर में परिवारवाले हों, तब भी नाइट डिप्रेशन (Night Depression) हो सकता है। कई बार मरीज़ घर में अकेला भी होता है लेकिन दोनों ही स्थितियों में मरीज़ नाइट डिप्रेशन (Night Depression) का सामना करता हैं।
नाइट डिप्रेशन का कारण
अगर हम नाइट डिप्रेशन (Night Depression) के कारणों की बात कर हैं तो इसके कई कारण होते हैं।
जैसे कि-
- अगर व्यक्ति अपनी सोशल लाइफ में बहुत सफल नहीं है।
- उसके पास अच्छी नौकरी नहीं है।
- करियर ठीक नहीं चल रहा।
- कोई पर्सनल दिक्कत है, जैसे शादीशुदा जिंदगी अच्छी नहीं चल रही।
- वह अपनी परेशानी किसी से बता नहीं पाता।
- इन कारणों से नाइट डिप्रेशन (Night Depression) हो सकता है।

नाइट डिप्रेशन के लक्षण
नाइट डिप्रशन (Night Depression) लक्षण की बात करें तो मरीज़ दिन में ज़्यादा इंटरैक्टिव नहीं होता। वो लोगों से मिलना-जुलना कम कर देता है क्योंकि ओवरथिंकिंग (Overthinking) की वजह से रात में उनकी नींद पूरी नहीं होती, जिसकी वजह से वो पूरा दिन बेचैन रहता है। लोगों से ज़्यादा बातचीत नहीं करता। वो अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पाता। इससे मरीज़ के शरीर पर भी असर पड़ता है, जैसे पेट से जुड़ी दिक्कतें होती हैं, जिसके चलते उसे पेट के डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है। इसके अलावा इनसोम्निया (Insomnia) यानी नींद न आने की दिक्कत हो जाती है।

नाइट डिप्रेशन से बचाव और इलाज
नाइट डिप्रेशन (Night Depression) का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए नाइट डिप्रेशन के कारण को समझना बहुत ज़रूरी है।
- अगर परिवार से जुड़ी कोई दिक्कत है, मरीज़ की शादीशुदा ज़िंदगी अच्छी नहीं है तो नाइट डिप्रेशन ठीक करने के लिए काउंसलर की मदद ली जा सकती है।
- अगर करियर से जुड़ी कोई परेशानी है तो मरीज़ थोड़ा चैलेंज में है क्योंकि वहां से करियर को बहुत ज्यादा एनहांस करने की समस्या होती है तो मरीज़ अपने आप को किसी और चीज में वयस्त रख सकता हैं, जिसमें उनका इंटरेस्ट है। वो उसकी तरफ बढ़ सकते हैं।
- अगर वो सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो उसके लिए उन्हें एक टाइम चार्ट बनाकर फॉलो करना चाहिए। इसे फॉलो करना बहुत जरूरी है। इसके लिए वो मेडिटेशन की मदद ले सकते हैं।
- अपनी रूचि के हिसाब से एक्टिविटी करके भी नाइट डिप्रेशन से निजात पाई जा सकती है।
डिप्रेशन किसी भी तरह का हो चाहे वो आम डिप्रेशन हो, हाई फंक्शनिंग डिप्रेशन हो या फिर नाइट डिप्रेशन इनसे डील किया जा सकता है बस जरूरी है कि आप इसके लक्षणों को पहचाने और अपनी समस्या के बारे में बात करें। प्रोफेशनल मदद जरूर लें।
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अस्वीकरण : दी गई जानकारी, उपचार के तरीके और सलाह विशेषज्ञों और सार्वजनिक डोमेन के अनुभव पर आधारित हैं। किसी भी सलाह पर अमल करने से पहले कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें. यह स्वास्थ्य लेख आपको स्वयं दवाएँ लेने की सलाह नहीं देता है।
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